Author: sagirbadi313

  • Jo Sunniyat Ki Shaan Hai Raza Usi Ka Naam Hai | Raza Raza Raza Raza

    जो सुन्नियत की शान है, जो क़ौम का इमाम है नबी का जो ग़ुलाम है, रज़ा उसी का नाम है जो रज़वियों की शान है, जो चिश्तियों की आन है वो क़ादरी पठान है, रज़ा उसी का नाम है रज़ा रज़ा रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा रज़ा रज़ा (2) नकीं का प्यारा लाडला,जो इल्म का पहाड़…

  • Raza Ki Unchi shaan hai / Raza Raza Raza Raza

    रज़ा, रज़ा, रज़ा, रज़ा रज़ा, रज़ा, रज़ा, रज़ा जो रज़वियत की शान है, जो अहले-हक़ की आन है जो इल्म की चटान है, रज़ा की ऊँची शान है दरे-नबी का मोअजिज़ा, ख़ुदा-ए-पाक की अता जो दीं का पासबान है, रज़ा की ऊँची शान है नकीं अली है उन के बाबा ख़ातमु-ल्मुहक़्किक़ीं है उन के बेटे…

  • Lam Yaati Nazeeruk Fee Nazarin Misl e To Na Shud Paida Jaana

    लम-याति नज़ीरुक फ़ी नज़रिन मिस्ले-तो न शुद पैदा जाना जग राज को ताज तोरे सर सो है तुझ को शहे-दो-सरा जाना अल-बहरु अला तल-मौजु तग़ा मन बे-कसो-तूफ़ाँ होश-रुबा मंजधार में हूँ बिगड़ी है हवा मोरी नैय्या पार लगा जाना लक बदरुन फ़िल-वजहिल-अजमल ख़त-हाला-ए-मह ज़ुल्फ़ अब्रे-अज़ल तोरे चंदन चंद्र परो कुंडल रहमत की भरन बरसा जाना…

  • Mera Raza / Ishq-o-Adab Ka Mah Hai Faroza Mera Raza

    रज़ा, रज़ा, रज़ा, रज़ा रज़ा, रज़ा मेरा रज़ा मेरे रज़ा, मेरे रज़ा अहमद रज़ा, मेरे रज़ा सुन्नियों के पेशवा, है रज़ा, है रज़ा रहबरो-रहनुमाँ, है रज़ा, है रज़ा सूफ़िये-बा-सफ़ा, है रज़ा, है रज़ा साहिबे-इत्तिक़ा, है रज़ा, है रज़ा इश्को-अदब का माह है फ़रोज़ा मेरा रज़ा इल्मो-हुनर का महरे-दरख़्शाँ मेरा रज़ा मेरी शान रज़ा, मेरी पहचान…

  • Nemat e Be-Badal Madina Hai

    नेमते-बे-बदल मदीना है हर उदासी का हल मदीना है ज़ब्ते-जज़्बात लाज़मी है यहाँ अे मेरे दील ! सँभल, मदीना है ‘अर्ज़ियाँ डाल पर निगाहों से अपनी आदत बदल, मदीना है उन की आमद का फ़ैज़ है मक्का उन की हिजरत का फल मदीना है दोस्त ! ये एहतिमामे-अक्स-कशी ख़ुद से बाहर निकल, मदीना है गर्दे-राह…

  • mustafa e zate yakta aap hain

    मुस्तफ़ा-ए-ज़ाते-यकता आप हैं यक ने जिस को यक बनाया आप हैं आप जैसा कोई हो सकता नहीं अपनी हर ख़ूबी में तन्हा आप हैं आबो-गील में नूर की पहली किरन जाने-आदम, जाने-हव्वा आप हैं ला-मकाँ तक जिस की फैली रौशनी वो चराग़े-आलम-आरा आप हैं हुस्ने-आव्वल की नुमूदे-अव्वलीं बज़्मे-आख़िर का उजाला आप हैं आप की तलअत…

  • Khili Khili Kaliyan Hain Taiba Ki Galiyan Hain

    खिली खिली कलियाँ हैं, तयबा की गलियाँ हैं खिली खिली कलियाँ हैं, तयबा की गलियाँ हैं अजब दिल-कुशा हैं, मदीने की गलियाँ मुअत्तर हैं यूँ जैसे फूलों की कलियाँ मदीने की हर शय नफ़ासत भरी है मदीने से काबे को इज़्ज़त मिली है वहीं की तो फूलों में ख़ुश्बु बसी है सबा वज्द में झूम…

  • Huzoor Meri To Saari Bahaar Aap Se Hain

    हुज़ूर मेरी तो सारी बहार आप से हैं मैं बे-क़रार था, मेरा क़रार आप से है मेरी तो हस्ती ही क्या है, मेरे ग़रीब-नवाज़ जो मिल रहा है मुझे सारा प्यार आप से है गुनाहगार हुँ, आक़ा बड़ी नदामत है क़सम ख़ुदा की ये मेरा वक़ार आप से है मुहब्बतों का सिला अैसे कोन देता…

  • Phir ke Gali Gali Tabah Thokaren Sab Ki Kha’ae Kyoo.n

    फिर के गली गली तबाह ठोकरें सब की खाअे क्यूँ दिल को जो अक़्ल दे ख़ुदा, तेरी गली से जाअे क्यूँ रुख़्सते-क़ाफिला का शोर ग़श से हमें उठाअे क्यूँ सोते हैं उन के साअे में कोई हमें जगाअे क्यूँ यादे-हुज़ूर की क़रम, ग़फ्लत-अैश है सितम ख़ूब हैं क़ैदे-ग़म में हम, कोई हमें छुड़ाअे क्यूँ देख…

  • Sair e Gulshan Kon Dekhe Dasht e Taiba Chhod Kar

    सेरे-गुल्शन कोन देखे, दश्ते-तैबा छोड़ कर सूअे-जन्नत कोन जाअे दर तुम्हारा छोड़ कर सर गुज़िश्ते-ग़म कहूँ, किस से तेरे होते हुअे किस के दर पर जाऊँ तेरा आस्ताना छोड़ कर बे-लिक़ाअे-यार उन को, चैन मिल जाता अगर बार बार आते न युँ जिब्रील सिदरा छोड़ कर मर ही जाऊँ मैं अगर इम दर से जाऊँ…