Lam Yaati Nazeeruk Fee Nazarin Misl e To Na Shud Paida Jaana
लम-याति नज़ीरुक फ़ी नज़रिन मिस्ले-तो न शुद पैदा जाना जग राज को ताज तोरे सर सो है तुझ को शहे-दो-सरा […]
लम-याति नज़ीरुक फ़ी नज़रिन मिस्ले-तो न शुद पैदा जाना जग राज को ताज तोरे सर सो है तुझ को शहे-दो-सरा […]
वो जिस के लिये महफ़िले-कौनैन सजी है फ़िर्दौसे-बरीं जिस के वसीले से बनी है वो हाशमी-मक्की-मदनी-उल-अरबी है वो मेरा नबी,
खिली खिली कलियाँ हैं, तयबा की गलियाँ हैं खिली खिली कलियाँ हैं, तयबा की गलियाँ हैं अजब दिल-कुशा हैं, मदीने
हुज़ूर मेरी तो सारी बहार आप से हैं मैं बे-क़रार था, मेरा क़रार आप से है मेरी तो हस्ती ही
फिर के गली गली तबाह ठोकरें सब की खाअे क्यूँ दिल को जो अक़्ल दे ख़ुदा, तेरी गली से जाअे
सेरे-गुल्शन कोन देखे, दश्ते-तैबा छोड़ कर सूअे-जन्नत कोन जाअे दर तुम्हारा छोड़ कर सर गुज़िश्ते-ग़म कहूँ, किस से तेरे होते
सोज़े-दील चाहिए, चश्मे-नम चाहिए और शौक़े-तलब मौतबर चाहिए हों मुयस्सर मदीने की गलियाँ अगर आँख काफ़ी नहीं है नज़र चाहिए
क्या बताऊँ के क्या मदीना है बस मेरा मुद्द’आ मदीना है ऊठ के जाऊँ कहाँ मदीने से क्या कोई दुसरा
Teri chokhat Pe mangta Tera aa gaya Meri bigdi bana de, shah e do-sara Main sarapa khata, tu sarapa ata
Ye ki shahenshah e waala ki aamad aamad hai Ye kon se shah e baala ki aamad aamad hai Ye