Soz e Dil Chahiye Chashm e Nam Chahiye
सोज़े-दील चाहिए, चश्मे-नम चाहिए और शौक़े-तलब मौतबर चाहिए हों मुयस्सर मदीने की गलियाँ अगर आँख काफ़ी नहीं है नज़र चाहिए […]
सोज़े-दील चाहिए, चश्मे-नम चाहिए और शौक़े-तलब मौतबर चाहिए हों मुयस्सर मदीने की गलियाँ अगर आँख काफ़ी नहीं है नज़र चाहिए […]
मुस्तफ़ा के पाले हैं, हम बरेली वाले हैं दिल से भोले-भाले हैं, हम बरेली वाले हैं दम रज़ा का भरते
आला हज़रत का तराना जब सुनाएगा दीवाना सुन के सुन्नी मचलता रहेगा आला हज़रत का डंका बजेगा इल्मो-हिकमत का उस
ईश्को-मोहब्बत, ईल्मो-हिकमत आला हज़रत, आला हज़रत आला हज़रत हमारी जान है आला हज़रत हमारी जान है मेरा अहमद रज़ा जिशान
बरेली के रज़ा, बरेली के रज़ा बरेली के रज़ा, बरेली के रज़ा शुक्रिया मेरे रज़ा, शुक्रिया मेरे रज़ा शुक्रिया मेरे
तूने बातिल को मिटाया, ऐ ईमाम अहमद रज़ा दीन का डंका बजाया, ऐ ईमाम अहमद रज़ा अहेले-सुन्नत का चमन, सर-सब्ज़
मस्लके-आला हज़रत सलामत रहे मस्लके-आला हज़रत सलामत रहे या ख़ुदा चर्ख़े-ईस्लाम पर ता-अबद मेरा ताजे-शरिअत सलामत रहे मस्लके-आला हज़रत सलामत
क्या बताऊँ के क्या मदीना है बस मेरा मुद्द’आ मदीना है ऊठ के जाऊँ कहाँ मदीने से क्या कोई दुसरा
Teri chokhat Pe mangta Tera aa gaya Meri bigdi bana de, shah e do-sara Main sarapa khata, tu sarapa ata
Ye ki shahenshah e waala ki aamad aamad hai Ye kon se shah e baala ki aamad aamad hai Ye